*इटियाडोह में गजराज का बसेरा*
सारस एक्सप्रेस । गोंदिया
गोंदिया जिले का सबसे बड़ा खुबसुरत जलाशय इटियाडोह होने से पर्यटक बड़ी संख्या में इस जलाशय का आनंद लेने पहुंचते है। इसी क्षेत्र के बैक वॉटर में गजराज के समूह ने अपना बसेरा बना लिया है। पिछले सप्ताह से हाथियों का झूंड इस क्षेत्र में दिखाई दे रहा है। जिस पर वन विभाग की पैनी नजर रखी जा रही है। हालांकि हाथियों के झूंड ने किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाया है।
बता दें कि पिछले माह से हाथियों का झूंड गडचिरोली जिले से प्रवेश कर गोंदिया जिले के इटियाडोह व केशोरी, नवेगांवबांध जंगल में पहुंचे है। इस झूंड में लगभग 23 हाथी होने की जानकारी है। इसी झूंड ने पिछले वर्ष दीपावली उत्सव के पूर्व आदिवासियों की नागलडोह बस्ती को उजाड़ दिया था। वहीं एक किसान को मौत के घाट उतारकर कुछ किसानों को घायल किया था। इतना ही नहीं तो फसल को नुकसान भी पहुंचाया था। वन विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक इन हाथियों ने 50 लाख से अधिक का नुकसान पहुंचाया है। लेकिन पिछले माह से इस क्षेत्र में बड़े शांति से हाथियों का समूह विचरण कर रहा है। अभी तक नुकसान की कोई जानकारी नहीं है। इटियाडोह जलाशय प्राकृतिक संपदा से सजा हुआ है। जलाशय की सुंदरता अधिक होने से बड़े पैमाने पर पर्यटक इस स्थल को भेंट देते है। इसी इटियाडोह के बैक वॉटर क्षेत्र को हाथियों ने अपना बसेरा बना लिया है। हाथियों की झलक पाने के लिए हर कोई यहां पहुंच रहा है। लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग द्वारा उस क्षेत्र में जाने से राहगीरों को मना किया जा रहा है। हाथियों के पल-पल की हलचल पर वन विभाग की टीम द्वारा नजर रखी जा रही है।
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