मणिपुर हिंसाचार के विरोध में वंचित बहुजन आघाड़ी का तीव्र निषेध

मणिपुर हिंसाचार के विरोध में वंचित बहुजन आघाड़ी का तीव्र निषेध
   सारस न्यूज एक्सप्रेस गोंदिया
मणिपुर राज्य मंे कुकी आदिवासी जनजाति पर पिछले 3 माह से अन्याय, अत्याचार किया जा रहा है। जिसका  तीव्र निषेध वंचित बहुजन आघाडी की ओर से 28 जुलाई को किया गया। दोषियाे पर कठोर कार्रवाई की जाए इस तरह का मांग का पत्र जिलाधिकारी को सौपा गया है। इस दौरान जिलाध्यक्ष सतीश बंसोड, सचिव राजु राहुलकर, किरण फुले, एस.डी.महाजन, प्रकाश डांेगरे, विनोद मेश्राम, नरेंद्र बोरकर, वामन मेश्राम, हेमंत बडोले, प्रफुल लांजेवार सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे। बताया गया है कि मणिपुर राज्य मंे आदिवासियाें पर अन्याय, अत्याचार कर हिंसक घटनाआंे को अंजाम दिया जा रहा है। जिस तरह से महिलाआंे पर अत्याचार किया गया वह मानव जाति के लिए कलंक है। राज्य व केंद्र सरकार हिंसाचार को रोकने में असफल साबित हो रही है। जिससे संपूर्ण देश के दलित आदिवासियों मंे असुरक्षितता की भावना निर्माण हो गई है। वंचित बहुजन आघाडी की ओर से इस घटना का तीव्र निषेध किया जा रहा है। इसी प्रकार हाल ही में जिला परिषद गांेदिया में स्थायी समिति की सभा संपन्न हुई। जिसमें जिप सभापति रूपेश कुथे द्वारा शिक्षाधिकारी के साथ असभ्य बर्ताव कर उन्हें अपमानित किया है। जिसका वंचित बहुजन आघाडी की ओर से निषेध कर संबंधित पर कार्रवाई करने की मांग की गई है। इस तरह का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा गया है।