संभाजी भिडे के वक्तव्य का विरोध करते हुए काँग्रेस सेवादल के नेतृत्व में जूते मारो आंदोलन

महाराष्ट्र को मणिपुर बनाने की कोशिश ना करें भाजपा : इंजि राजीव ठकरेले
       सारस न्यूज एक्सप्रेस 

गोंदिया – केंद्र की मोदी सरकार को हर सर्वे में हार नजर आ रही है और जननायक देश के नेता राहुल गांधी इन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अब भाजपा हर जगह जातीय- धार्मिक तथा महापुरुषों को उल्टा सीधा बोल कर दंगे भड़काने की राजनीति कर रही है ।जिसका उदाहरण मणिपुर आसाम में दिखाई दे रहा है वैसा ही प्रयासों महाराष्ट्र में भी पिछले कई दिनों से कर रही है। किंतु उन्हें सफलता हाथ नहीं लग रही थी तो अब उन्होंने अपने संरक्षण में मनोहर भिड़े उर्फ संभाजी को अपना एजेंट बनाकर दंगे भड़काने का ठेका दे रखा हैं। उसी के चलते दिनांक 27 जुलाई को अमरावती जिले में संभाजी भिड़े द्वारा परम पूज्य राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी तथा उनके माता-पिता के बारे में अभद्र टिप्पणी करते हुए महात्मा गांधी जी को मुस्लिम धर्म का बताने का प्रयास किया साथ ही महात्मा गांधी लव जिहाद को समर्थन करते थे ऐसी मनगढ़ंत बातें बोलकर पूरे विदर्भ में अशांति फैलाने का प्रयास किया गया और बता दे कि मनोहर भीड़े का यह पहला मामला नहीं है ।वह इससे पहले भी महिलाओं पर तथा धार्मिक रूप से कई बार अभद्र टिप्पणियां कर चुके हैं फिर भी महाराष्ट्र की ईडी सरकार का उसे मौन समर्थन होने के कारण उसकी हिम्मत दिन-ब-दिन बढ़ते जा रही है। इसलिए 29 जुलाई को कांग्रेस सेवादल के नेतृत्व में ऐसे अशांति फैलाने वाले और जातीय धार्मिक हिंसा फैलाने वाले भिड़े को रोकने के लिए उन्हें जूतों मारो आंदोलन किया गया ।और महाराष्ट्र की ईडी सरकार को चेतावनी दी कि जल्द से जल्द इसको गिरफ्तार कर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए आज गांधी प्रतिमा के समक्ष इस जूते मारो आंदोलन में कांग्रेस प्रदेश सचिव अमर भाऊ वराडे सेवादल, जिलाध्यक्ष इंजि राजीव ठकरेले, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष हरीश तुलसकर, शहर महासचिव आलोक मोहंती, तालुका महासचिव रंजीत गणवीर, ओबीसी विभाग जिला महासचिव जीवन शरणागत, पूर्व तालुका अध्यक्ष दिलीप गौतम, मोहित राहंगडाले, रवि रिणायत, मनीष चौहान, युवक कांग्रेस जिला सचिव मंथन नंदेश्वर, सुनील भूंगाड़े, दीपेश अरोरा, दिपक ऊके, चित्रा लोखंडे रूपाली ऊके, राहुल बवंथडे, राहुल ऊके, अमर राहुल, अजय राहांगडाले, विजय कटरे, सोमेश्वर ठकरेले, नामदेव वैद्य, जितेंद्र लिल्हारे, ओमप्रकाश मचाडे, संदिप शेंडे, सागर टालेएकर आदि कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित थे