नागझिरा टायगर रिजर्व में बिलियन क्रेक के हुए दर्शन

         सारस न्यूज़ एक्सप्रेस 
गोंदिया. तहसील के नागझिरा टाइगर रिजर्व में जलीय मुर्गी की तरह दिखने वाला बिलियन क्रेक पक्षी देखा गया है. इसे हिंदी में लावा, मराठी में लावा फाटाकडी व बेलन फटाकडी कहा जाता है. शास्त्रीय नाम जापोर्निया पसिल्ला है.

पक्षी व तितली निरीक्षक किशोर भोंडे ने बताया कि यह पक्षी आकार में छोटा रहने की वजह से उसकी पूंछ भी छोटी होती है. पक्षी का पिछला भाग भूरे रंग का होता है. इसकी पहचान पूंछ के नीचे एक पट्टी से होती है. साथ ही पक्षी की चोंच व पैर हरे रंग के होते हैं. यह पक्षी अपना जीवनयापन छोटे-छोटे कीड़े-मकोड़े व जलीय जीव-जंतु खाकर करता है. यह पक्षी ऑस्ट्रेलिया व यूरोप से मध्य भारत में अगस्त से नवंबर महीने में भोजन की तलाश में आते हैं. नागझिरा टाइगर रिजर्व में 17 से 19 नवंबर तक टाइगर रिजर्व की ओर से तितली सर्वेक्षण का आयोजन किया गया था. इस सर्वेक्षण के दौरान पक्षी व तितली निरीक्षक भोंडे को बिलियन क्रेक नामक पक्षी दिखाई दिया. कैमरे से उसकी तस्वीरें ली गई. इस मौके पर नागझिरा टाइगर रिजर्व उपवन संरक्षक जयराम गौड़ा व उपसंचालक पवन जेब समेत तितली निरीक्षक उपस्थित थे.