कलश यात्रा से श्रीमद् भागवत कथा की होगी शुरुआत

             सारस एक्सप्रेस गोरेगांव 
पिंडकेपार ग्राम उत्सव समिति की ओर से पिंडकेपार में प्रथम ही बार संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 1 फरवरी से 8 फरवरी तक शाम 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक आयोजित किया गया है। श्रीमद् कथा कथा व्यास विदर्भ कन्या के नाम से प्रख्यात श्री श्री दीदी की मधुर वाणी से सुनाई जाएगी। श्रीमद् भागवत कथा में श्री दिनेश जी महाराज की  मधुर आवाज व संगीत की धुन सुनाई जाएगी। श्रीमद् भागवत कथा की  तैयारियां पिंडकेपार ग्राम वासियों द्वारा शुरू कर दी गई है । श्रीमद् भागवत कथा की शुरुआत गुरुवार 1 फरवरी को कलश यात्रा के साथ प्रारंभ होगी।
गुरुवार को सुबह 12  बजे पिंडकेपार ग्राम के कनारटोला में स्थित प्रभु श्रीराम के भक्त पवन पूत्र हनुमान मंदिर से कलश यात्रा  प्रारंभ होगी जो पिंडकेपार ग्राम का भ्रमण करते हुए श्रीमद् भागवत कथा स्थल पहुंचेगी। उसके बाद शाम 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा सुनाई जाएगी। इस दौरान  प्रतिदिन झांकी का प्रदर्शन किया जाएगा।
*कलश यात्रा में कौन हो सकते हैं शामिल* 
कलश यात्रा में कौन हो सकते हैं शामिल इस संदर्भ में श्रीमद् भागवत कथा के श्री दिनेशदासजी महाराज से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि इस कलश यात्रा में महिला व कन्या अपने सिर पर कलश रखकर इस यात्रा में शामिल हो सकती है।
कलश धारण करने से आत्मा होती है पवित्र
कथाचार्य उमाशंकर शास्त्रीजीने ने कलश धारण करने से क्या लाभ होते हैं इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, कलश धारण करने से श्रद्धालुओं की आत्मा पवित्र व निर्मल होती है। ऐसे भक्तों पर भगवान की कृपा विशेष होती है। कलश यात्रा में तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु व महेश के साथ - साथ 33 कोटी देवी देवता स्वयं कलश में विराजमान होते हैं। कलश यात्रा में अधिक से अधिक शामिल होने की अपील ग्राम उत्सव समिति पिंडकेपार की ओर से की गई है।