सारस एक्सप्रेस गोंदिया
बकरी योजना अनुदान की दूसरी किस्त निकालने के नाम पर₹5000 की रिश्वत की मांग की गई थी। ₹4000 की रिश्वत स्वीकारते हुए साले सालेकसा पंचायत समिति के पशुधन अधिकारी व चालक को एंटी करप्शन ब्यूरो ने अपने जाल में फांस लिया है । उपरोक्त कारवाई 18 मार्च को की गई है ।जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है उनका नाम सालेकसा पंचायत समिति के पशुधन अधिकारी गोंदिया निवासी सरोजकुमार ज्ञानीराम बावनकर उम्र 56 व वाहन चालक भुवनेश्वर जवाहरलाल चौहान उम्र 33 वर्ष बताया गया है।
इस संदर्भ में जानकारी दी गई की शिकायतकर्ता लाभार्थी ने शिकायत की थी की शिकायतकर्ता को मराठवाड़ा पैकेज अंतर्गत बकरियों के लिए अनुदान के लिए चयन गया है। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने बकरियों की खरीदी की। पहली किस्त के रूप में 57350 का चेक दिया गया । दूसरे चरणों की 57350 की किस्त निकालने के लिए पशुधन अधिकारी ने₹5000 की मांग की । लेकिन शिकायतकर्ता लाभार्थी को रिश्वत देने की इच्छा नहीं थी । जिस कारण शिकायतकर्ता लाभार्थी ने इस मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को दी । एंटी करप्शन ब्यूरो ने शिकायत की जांच पड़ताल की । जिसके बाद आरोपी पशुधन अधिकारी ने₹4000 की मांग की और आरोपी क्रमांक 2 वाहन चालक के पास देने की बात कही । जैसे ही₹4000 की रिश्वत स्वीकार की तो एंटी करप्शन ब्यूरो ने उसे अपने जाल में फांस लिया । इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ सालेकसा पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। उपरोक्त कार्यवाही पुलिस अधीक्षक राहुल माकनीकर,अपर पुलिस अधीक्षक सचिन कदम ,संजय पुंरदरे के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक विलास काले,पुलिस निरीक्षक उमाकांत उगले, पुलिस निरीक्षक अतुल तवाड़े, चंद्रकांत करपे, संतोष बोपचे, संतोष शेंडे,संतोष अशोक कापसे,प्रशांत सोनवाने ,संगीता पटले, दीपक बाटबर्वे तथा उनकी टीम ने की है।
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